रीवा जिले की सबसे प्राचीनतम भवन; दफन है कई बड़े राज,पढ़ चौक जायेंगे
रीवा जिला अपने प्राचीनतम धरोहरों के लिए प्रख्यात है यहां ऐसी कई धरोहर पाई जाती है। हम आपके लिए एक ऐसे ही धरोहर को लेकर अवगत हुए हैं जिसे पढ़ने पर आप मजबूर हो जाएंगे। तस्वीर में दिख रहा यह खंडहर भवन कभी विद्यालय हुआ करती थी. इस विद्यालय में अध्ययन कर चुके विद्यार्थी आज अलग-अलग स्तर पर विराजमान है। जिसमें मऊगंज के पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना भी सम्मिलित है, लगभग 70 से 75 वर्ष पुरानी विद्यालय का भवन आज अपने अंत की ओर है बताया गया कि लगभग 10 वर्ष पहले यह विद्यालय खंडहर में तब्दील हो चुकी थी। अब धीरे-धीरे यह ढांचा खत्म होने की कगार पर है, 10 वर्ष से विद्यालय परिसर तथा ग्राम पंचायत के 2 पंचवर्षीय कार्यों की गाथा गा रही है. पर कहा जा रहा है इस पंचवर्षीय विद्यालय के ढांचे को पूर्णरूपेण समतल में परिवर्तित कर दिया जाएगा। अंततः ग्राम पंचायत 10 वर्षों के बाद अब इस विद्यालय के जर्जर भवन की ओर देख रहा है।
लगभग 1960 के दशक में बनी है विद्यालय इन क्षेत्रों के शिक्षा का मूल स्थान रहा है, रीवा जिले के हनुमना तहसील के अंतर्गत शास.पूर्व माध्यमिक विद्यालय पांती का भवन 10 वर्षों से यूं ही जर्जर अवस्था में खड़ी हुई है। इस विद्यालय के पढ़े विद्यार्थी आज जनप्रतिनिधि के रूप में कार्यरत हैं, तो कोई डॉक्टर इंजीनियर जैसे बड़े पद तो कोई शिक्षक जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहकर अब वह भी सेवानिवृत्त हो चुके हैं परंतु 1 सैकड़ा से अधिक होनहार छात्रों का भविष्य सवारने वाला यह भवन अब विधवा विलाप कर रहा है। यह विद्यालय अपने जमाने में लगभग 6 ग्राम पंचायत के विद्यार्थियों को शिक्षा दिया करती थी। जिसमें हजारों विद्यार्थी शिक्षा का मूल केंद्र मानते थे. पर वक्त बीतने के बाद लगभग 10 वर्ष से भी अधिक से मूल केंद्र खंडहर में तब्दील है। और विद्यालय परिसर की शोभा बढ़ा रही। हालाकि रीवा जिले में ऐसे कई भवन है जो बेहद ही पुराने जिसमे विद्यालय का यह भवन भी शामिल है। पर ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि इस विद्यालय के भवन को समतलीकरण किया जाएगा.वही प्रशासन बड़ी देरी से जागा