Satna News: विंध्य क्षेत्र की जया किशोरी, कथा सुनने के लिए लोगों का लगता है ताता
Satna News: विंध्य क्षेत्र की जया किशोरी, कथा सुनने के लिए लोगों का लगता है ताता
मशहूर कथा वाचक जया किशोरी को कौन नहीं जानता भला. वह अपने सकारात्मक विचारों से मीडिया सुर्खियों में रहती हैं। जया किशोरी समाज को नई राह दिखाने के प्रयास में रहती है। जया किशोरी की कथा सुनने के लिए लोग लाखो की संख्या में उपस्थिति होते है। जया किशोरी की राह पर सतना की पलक किशोरी भी है।
पलक किशोरी जया किशोरी को अपना प्रेरणा स्रोत मानती है। मीडिया रिपोर्ट्स के माने तो. उनका कहना है कि जया किशोरी जी भागवत कथा सुनाती हैं और उनके अच्छे विचारों से मैं प्रेरित हूं। उन्हीं के कुशल मार्गदर्शन में. मैं भागवत कथा सुना पा रही। ऐसा कहा जाता है कि पलक किशोरी को उनके प्रशंसक जया किशोरी के नाम से भी बुलाते हैं
मध्यप्रदेश के सतना जिले की पलक किशोरी 17 वर्ष की उम्र में कहानीकार बन गई थी। पलक किशोरी के पिता संतोष मिश्रा तथा माता आराधना मिश्रा। सतना शहर के मुख्तियारगंज महाराणा प्रताप नगर सेक्टर 2 में पूरा परिवार रहता है। ऐसा कहा जाता है कि पलक बिना किसी भागवत अध्ययन के ही कहानीकार बन गई। पलक किशोरी 12वीं की छात्रा है। अब तक उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण पर भागवत कथाएं तथा तीन प्रवचन किए हैं। उनके शब्दों को सुनने के लिए हजारों की संख्या में लोग उमड़ पढ़ते हैं
मशहूर कथावचक मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी को अपना प्रेरणास्रोत मानती हैं उनका कहना है कि जया किशोरी जी भागवत कथा सुनाते हैं और उनके अच्छे विचारों से मैं प्रेरित हूं। उनके मार्गदर्शन में अब मैं भागवत कथा बोल पा रही हूं। ऐसा बताते हैं कि उनके प्रशंसक उन्हें जया किशोरी के नाम से कभी-कभी बुलाया करते हैं।
पलक किशोरी अपने सोशल मीडिया के सहारे दूर बैठे हजारों लाखों लोगों से जुड़ पाती हैं धीरे-धीरे उनके फैन बढ़ते जा रहे हैं। जया किशोरी के राह पर विंध्य क्षेत्र के सतना की पलक किशोरी भी हैं।