मैं ज्योति नहीं बनूंगी, मुझे बेवफा ना समझो…’, फिर भी नहीं पिघला पति का दिल, छुड़वाई पत्नी की पढ़ाई
मैं ज्योति नहीं बनूंगी, मुझे बेवफा ना समझो…’, फिर भी नहीं पिघला पति का दिल, छुड़वाई पत्नी की पढ़ाई
एसडीएम ज्योति मौर्या ( SDM Jyoti Maurya) के वायरल न्यूज़ के बाद एक और मामला हैरान कर देने वाला सामने आया है. जहां एक व्यक्ति ने अपनी बीवी की पढ़ाई रुकवा दी। पति का कहना है कि जैसे :- ज्योति मौर्या ने अपने पति को एसडीएम बनने के बाद छोड़ दिया था. वैसे ही कहीं उसकी बीवी भी ना उसे छोड़ दें। बीवी ने अपने पति को समझाने की बहुत कोशिश की। पर पति है जो मानता ही नहीं महिला पुलिस के पास पहुंची. और पुलिस से सहायता मांगने लगी
यूपी में ज्योति मौर्य मामले का असर अब पूरे देश में हो रहा है। इसी के साथ बिहार के बक्सर में भी एक ऐसा मामला देखने को मिला है. जिसे देखने के बाद आप हैरान रह जाएंगे, दरअसल, एक पति ने यहां अपनी पत्नी को पढ़ाई सिर्फ इस डर से छुड़वा दी है कि कहीं उसकी पत्नी भी एसडीएम ज्योति मौर्या जैसे अपने पति को ना छोड़ दे, पुलिस से पति ने कहा कि मैं अपनी वाइफ को ज्योति मौर्या नहीं बनने दूंगा.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यह मामला मुरार थाना क्षेत्र का है। यह की निवासी खुशबू अपने पति के विरुद्ध पुलिस में एक आवेदन दिया है। खुशबू का कहना है कि उसके पति ने उसकी पढ़ाई सिर्फ इसलिए ही छुड़वा दी है कि कहीं मैं ज्योति मौर्या ना बन जाऊं, कहीं अधिकारी बनने के बाद छोड़ ना दूं। मेरे पति को इस का डर है, वही पत्नी ने पुलिस से सहायता ली और कहा कि मेरे पति को समझाएं,
खुशबू के पति पिटू ने पढ़ाई के लिए एक भी रुपए देने से इनकार कर दिया। जिसके कारण पत्नी को थाने जाना पड़ा। पत्नी ने कहा कि मैंने अपने पति को समझाने की बहुत ही कोशिश कर ली। लेकिन वह किसी की बात सुनने के लिए बिल्कुल तैयार ही नहीं, जब वह अपने पति को मनाते मनाते थक गई तो सीधा पुलिस के पास जा पहुंची।
मिली जानकारी के मुताबिक मुरार थाना क्षेत्र के चौगाई गांव निवासी पिटू कुमार का विवाह वर्ष 2010 में खुशबू के साथ हुआ था. खुशबू पढ़ने लिखने में पहले से ही अच्छी थी. और उसने बीपीएससी की तैयारी कर अवसर बनना चाहती है। इसीलिए पिटू ने उसे पढ़ाई के लिए प्रयागराज भेज दिया था। लेकिन जैसे ही ज्योति मौर्य का मामला सामने आया, तो इसका सीधा असर पिटू पर पड़ा
पति को लगने लगा कि कहीं उसकी पत्नी ज्योति की तरह ना बन जाए। मतलब जैसे ज्योति ने अपने पति को उस समय छोड़ दिया जब वह एक एसडीएम बन गई. वैसे ही कहीं खुशबू के अफसर बनते ही अपने पति को ना छोड़ दे,
पढ़ाई के लिए पैसे नहीं दे सकता’
पति पिटू इस मामले को इतना ज्यादा सीरियस ले लिया कि खुशबू को प्रयागराज से वापस बक्सर बुला लिया। पति पिटू का कहना है की. ज्योति मौर्य वाले मामले में बहुत आहत हूं. मैं अपनी धर्मपत्नी को पढ़ा रहा था. पर अब मैं उसे पढ़ाने में सक्षम नहीं. मैं अपने पत्नी को पढ़ने के लिए पैसे नहीं दे सकता,