न्यूज एंकर को प्यार, धोखा और कत्ल… ऐसे खुला 5 साल से गायब सलमा सुल्ताना की जमीन में दफ्न लाश का राज
छत्तीसगढ़ के रायपुर से 5 साल पहले लापता हुई न्यूज़ एंकर सलमा सुल्तान लश्कर के शव के अंग फोरलेन पर एक जगह से मिला। सलमा सुल्ताना का कत्ल करने के बाद आरोपियों ने सबको फोर लाइन सड़क पर दफना दिया था। आरोपियों की गिरफ्तारी करने के बाद पुलिस मानकर बैठ गई थी की मौके से कंकाल प्राप्त होगा। मृतका के शरीर के अवशेष की खोज कार्यवाही को देखने मौके पर लगा लोगों का हुजूम
साल 2018 से लापता हुई थी एंकर सलमा
छत्तीसगढ़ के कोरबा में निजी न्यूज चैनल के एंकर सलमा सुल्तान साल 2018 में लापता हुई थी और अगले वर्ष इस बारे में कुसमुंडा पुलिस थाने में उनके परिजनों की तरफ से रिपोर्ट की गई थी जिसके 5 वर्ष बाद इस घटना का एक खुलासा किया जिसमें 32 करोड़ से निर्मित कोरबा डर्री फोरलेन सड़क की खुदाई कराई, मार्ग पर भवानी मंदिर के ठीक सामने सड़क को खोदने का कार्य शुरू किया गया जहां दूसरे दिन मौके से बोरी में बंद शव के अवशेष मिले
सड़क के नीचे दफन शव
दर्री CSP रोबिनस गुड़िया एवं कुसमुंडा निरीक्षक कृष्ण वर्मा के संग रायपुर की स्पेशल टीम इस कार्य में लगी थी। पर इस बार उनको सफलता मिली। फोरलेन सड़क की खुदाई के लिए पुलिस ने न्यायालय को आवेदन दिया था, जिसके लिए न्यायालय से अनुमति प्राप्त हुई। इस प्रकरण में गिरफ्तार किए गए मधुर साहू एवं उसके सहयोगी इस जगह पर सलमा के शव दफनाने की जानकारी दी, जिसके आधार पर पुलिस ने मौके पर सड़क की खुदाई की।
मशीनों से हुई घटना स्थल की जांच
बीते महीने इसी प्रकरण में प्राथमिक जानकारी हासिल करने के बाद पुलिस ने कोहड़िया क्षेत्र सड़क किनारे खुदाई का कार्य किया था। जिसके कोई परिणाम नहीं मिलने पर टेक्निकल मशीन की सहायता से आसपास के इलाकों की पड़ताल कराई गई, जिसमें नई जानकारी के आधार पर सलमा सुल्तान के कंकाल तलाशने का कार्य शुरू हुआ। वही कंकाल मिलने के आधार पर पुलिस ने सबूतों के साथ अगली कार्रवाई के लिए आगे बढ़ी,
सलमा को लेकर उड़ती रहीं अफवाहें
सलमा सुल्तान के लापता हो जाने की खबर छत्तीसगढ़ मीडिया कर्मियों तथा आम जनता के बीच फैल चुकी थी लिहाजा इसे लेकर कई तरह की अफवाहें पैदा हो रही थी कभी उनके मुंबई चले जाने की अफवाह उड़ती तो कभी प्यार इश्क की बातें लोगों के बीच बनने लगती थी. पर सलमा सुल्तान के लापता हो जाने की ठीक वजह कोई नहीं जानता था।
2019 में दर्ज हुई थी गुमशुदगी
जब सुल्ताना के घर वालों ने उसे तलाश करके असहाय हुए तब उन्होंने पुलिस के पास जाने का निर्णय लिया जिसके दो महीने बाद यानी जनवरी 2019 में उन्होंने कुसमुंडा पुलिस स्टेशन जाकर गुमसुदी दर्ज कराई थी. पर पुलिस ने महज गुमशुदगी की दर्ज कर खाना पूर्ति की थी. सभी आधुनिक सुविधाओं के बावजूद भी पुलिस ने कोई भी गंभीर कदम नहीं उठाए थे।
नए सिरे से की गई जांच
लेकिन समय का चक्र ऐसे आगे बढ़ा और साल पर साल बीतते गए सलमा सुल्तान का मामला पुलिस की फाइलों में अटक कर रह गया। वही परिवारजनों की उम्मीदें अब टूटने लगी थी. पर एक नया सवेरा हुआ जिले में तैनात एक आईपीएस अधिकारी रॉबिन्सन गुड़िया ने कुसमुंडा पुलिस इसके लंबित प्रकरणों की समीक्षा की। उसे दौरान उन्हें सलमा सुल्तान की दबी फाइल जैसे दिखाई तो वह चौंक गए. उन्होंने इस केस में जांच की कमी तथा लापरवाही पाई. मामले की समीक्षा करने के बाद एसपी गुड़िया ने नए तरीके से मामले की जांच कि
पूछताछ के दौरान मिला अहम सुराग
IPS अधिकारी ने अपने अधीनस्थों से इस मामले से जुड़े सभी लोगों को बुलाने तथा उनसे पूछताछ करने का आदेश दिया। उनका यही कदम इस केस में अहम साबित हुआ। दरअसल, जब पुलिस ने एक-एक कर केस से जुड़े कई मामलों में लोगों से पूछताछ की तो कई खुलासे हुऐ. जिसमें सलमा के कत्ल का खुलासा हुआ इसी साल 30 मई को पुलिस को पता चला कि सलमा इस दुनिया में नहीं है और उसका कत्ल कर दिया गया है।
इस तरह सुलझी ये मर्डर मिस्ट्री
जब आईपीएस पुलिस अधिकारी ने इस केस को खंगाला तो सभी शक उतरने लगे, दरअसल सलमा सुल्तान का एक लड़के से अफेयर चल रहा था जिसका नाम मधुर साहू था। सलमा सुल्तान बैंक से लोन भी ली हुई थी। पुलिस ने जब मधुर साहू के मददगारों को हिरासत में पूछताछ की तभी सलमा के शव का खुलासा हुआ, पकड़े गए आरोपियों की निशान देही और जानकारी के आधार पर पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रेमी मधुर साहू को हिरासत में लिया, इस तरह सलमान सुल्तान प्यार धोखा और कत्ल का बड़ा खुलासा हुआ,