PhonePe, google Pay और Paytm यूजर्स को लगने वाला है धक्का, बंद होने जा रही इस तारीख को ये सुविधा
PhonePe, google Pay और Paytm यूजर्स को उनके यूपीआई आईडी को 31 दिसंबर से बंद कर देने के निर्देश दिए गए हैं. जिसका मुख्य कारण है कि यूपीआई आईडी का इस्तेमाल न करने के कारण यूजर सिक्योरिटी परेशानी बढ़ सकती है. यह निर्देश एनपीसीआई के द्वारा जारी किया गया है। यह एक नॉन प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन है एवं भारत के पेमेंट और सेटेलमेंट सिस्टम को चलाएं मान करता है। या फैसला यूपीआई आईडी के फ्रॉड के खतरे को कम करने का एक हिस्सा है
![PhonePe, google Pay और Paytm यूजर्स को लगने वाला है धक्का, बंद होने जा रही इस तारीख को ये सुविधा 1 20231121 110333](https://vindhyariyasat.com/wp-content/uploads/2023/11/20231121_110333.jpg)
Google Pay, PhonePe और Paytm यूजर्स को एक बड़ा धक्का लगने वाला है। क्योंकि कई यूजर्स की यूपीआई आईडी को 31 दिसंबर से बंद किया जा सकता है, दरअसल इस मामले में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन आफ इंडिया यानी कि एनपीसीआई की ओर से फोन पे ,गूगल पे पेटीएम और अन्य को सर्कुलर जारी किया गया है। एनसीपी की तरफ से थर्ड पार्टी एप्स जैसे – : गूगल पे , फ़ोन पे और पेटीएम को उन यूपीआई आईडी को 31 दिसंबर 2023 से बंद कर देने के निर्देश दिए गए हैं, यह नियम उन पर लागू होगा जो 1 साल से एक्टिव नहीं है। मतलब अगर आपने एक वर्ष से अपनी किसी भी यूपीआई आईडी से लेनदेन नहीं किया है तो 31 दिसंबर तक आपकी आईडी बंद हो जाएगी
पूरी खबर नीचे है…
![PhonePe, google Pay और Paytm यूजर्स को लगने वाला है धक्का, बंद होने जा रही इस तारीख को ये सुविधा 2 20231121 101754](https://vindhyariyasat.com/wp-content/uploads/2023/11/20231121_101754-1024x524.jpg)
![PhonePe, google Pay और Paytm यूजर्स को लगने वाला है धक्का, बंद होने जा रही इस तारीख को ये सुविधा 3 20231121 091257](https://vindhyariyasat.com/wp-content/uploads/2023/11/20231121_091257-1024x576.jpg)
ये कहते है नियम
NPCI के सर्कुलर की जानें तो 1 वर्ष से इस्तेमाल न होने वाले यूपीआई आईडी को बंद करने की वजह यूजर सिक्योरिटी है. कई बार यूजर्स बिना अपने पुराने नंबर की डी-लिंक करने के नई आईडी बना लेते हैं, जो की फ्रॉड की मुख्य वजह बन जाती है, ऐसे में NPCI की ओर से पुरानी आईडी को बंद करने के निर्देश दिए गए
सुप्रीम कोर्ट ने दिया आदेश
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि पुराने नंबर को किसी नए यूजर को दिया दिया जाता है. जैसा सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक आदेश में कहा तो इस स्थिति में फ्रॉड की संभावना बनती है। इन्हीं कारणों से पुरानी आईडी को बंद करने का फैसला लिया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने लिए फैसले में कहा है कि टेलीकॉम प्रोवाइडर कंपनियां 90 दिन से डीएक्टिवेट नंबर को बंद कर सकती हैं साथ ही वह नंबर किसी दूसरे को ट्रांसफर कर सकती है