पोस्ट ऑफिस में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का भांडाफोड़
बिहार के पूर्वी चम्पारण में पोस्ट ऑफिस में बड़े पैमाने पर फर्जी बहाली का खुलासा हुआ है। जहां ग्रामीण डाक सेवकों की बहाली मे 19 लोगों ने फर्जी सर्टिफिकेट लगाकर नौकरी पाई थी लेकिन नियुक्ति पर लेने के बाद सिर्फ ज्वाइनिंग होना बाकी था। लेकिन ज्वाइनिंग से ठीक पहले फर्जीवाड़ा का भंडाफोड़ हो गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जुलाई 2023 में चम्पारण प्रमण्डल, मोतिहारी में ग्रामीण डाक सेवक के 100 पदों पर बहाली निकली गई थी। जिसमें अधिकतर 16 अभ्यर्थी जम्मू कश्मीर बॉर्डर और 3 रविंद्र ओपन स्कूलिंग वेस्ट बंगाल के अभ्यर्थीयों का चयन हुआ था। लेकिन ज्वाइनिंग से ठीक पहले चम्पारण प्रमण्डल मोतिहारी के डाक अधीक्षक डाॅ. आशुतोष आदित्य ने फर्जीवाड़ा का भंडाफोड़ कर दिया। जब सर्टिफिकेट का सत्यापन किया गया तो अभ्यर्थियों का अंक पत्र जाली पाया गया। जिनके विरुद्ध विभिन्न थानों में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
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— हिन्दी न्यूज़ (@UrjanchalTiger) June 26, 2024
जिन 19 अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए थे, उसमे जम्मू कश्मीर बोर्ड से, राकेश कुमार त्रिपाठी, शिवानी कुमारी, नितेश कुमार तिवारी, नितेश नाथ तिवारी, रिशु कुमार, हरिओम कुमार, मनदीप कुमार दुबे, दीपांशु कुमार, रत्नेश दुबे, उत्सव कुमार, प्रकाश मांझी, खुशी कुमारी, लक्ष्मण कुमार, गोलू कुमार, विभा कुमारी तथा मिथिलेश कुमार और वेस्ट बंगाल बोर्ड से सोनम कुमारी, नेहा प्रियदर्शनी तथा अमित कुमार के नाम शामिल हैं।
इससे पहले भी जांच के दौरान रवि रंजन कुमार पिता प्रभु यादव श्यामपुर कोतराहां पश्चिमी चंपारण को जेल भेजा गया था। आपकों बता दे कि, पूर्वी चम्पारण में वर्ष 2015 में भी ज्वाईनिग के बाद 30 डाक सेवकों का माध्यमा प्रमाण पत्र जाली पाया गया था जिसमें सभी को बर्खास्त कर एफआईआर किया गया था।
इस फर्जीवाड़ा बहाली को लेकर चम्पारण प्रमण्डल मोतिहारी के डाक अधीक्षक डाॅ. आशुतोष आदित्य ने बताया कि अभी जो ग्रामीण डाक सेवकों की बहाली हो रही उसमें प्रमाण पत्र के सत्यापन के दौरान 19 लोगों की प्रमाण पत्र फर्जी पाये गये हैं उन लोगों मे से कुछ अभ्यर्थी पर प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है। बाकी अभ्यर्थियों के लिए प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी 30 लोगों की प्रमाण पत्र फर्जी पाये गये थे जिसमें सभी को बर्खास्त कर एफआईआर दर्ज कराई गई थी।