MP News: बीजेपी ने बदली अपनी रणनीति, 15 वर्ष पुराने गेम पर चलेगा टिकट का खेल, अब इनको टिकट मिलना संभव
MP News: बीजेपी ने बदली अपनी रणनीति, 15 वर्ष पुराने गेम पर चलेगा टिकट का खेल, अब इनको टिकट मिलना संभव
MP assembly Elections Candidate BJP 2023: बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं का ऐसा मानना है। कि जहां हमारे विधायक अपना समय नहीं दे पाए वहां के लोग अभी भी सुख-दुख से वंचित है। उनकी हालत खराब है और वह चुनाव जीतने की स्थिति में नहीं है, जब पार्टी ऐसे प्रतिनिधियों को विधानसभा क्षेत्र में उतरेगी तो ना सिर्फ लोगों की नाराजगी खत्म होगी बल्कि एंटीइनकमबेंसी जैसी स्थित अपने आप खत्म होने लगेगी, बीजेपी इस बार वही तरीका अपनाने जा रही जो साल 2018 और 13 में अपनाया था। 2008 और 2013 में दोनों चुनाव में पार्टी ने लगभग 70 नए प्रत्याशी मैदान में उतरे थे, वही इस बार के चुनाव में भी 80 से ज्यादा विधायक को हारने वाली श्रेणी में रखा गया है। पार्टी के नेताओं का ऐसा मानना है कि कमजोर प्रत्याशी को पार्टी बदल देगी, ताकि अंतर्घात या बागी जैसे हालात ना बन सके, जिसके लिए पार्टी ने बी प्लान बनाया है। यही कारण है कि भाजपा विधायकों वाली सीटों की टिकट अंतिम चरण में घोषित करेगी, लेकिन बीजेपी ने अपने 39 प्रत्याशियों की सूची पहले ही जारी कर दी है,
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मध्य प्रदेश चुनाव के क्षण में बदल रहे समीकरण के बीच मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है। कि कांग्रेस को हराने के लिए अब बीजेपी दूसरी सूची में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति सीटों के ज्यादातर प्रत्याशी घोषित कर सकती है, जिन सुरक्षित सीटों पर कांग्रेस का अभी भी कब्जा है उन सीटों के प्रत्याशियों के ऐलान होने की संभावना जताई जा रही है, भाजपा ने अपनी प्रथम सूची में एससी व एसटी के 21 उम्मीदवारों का ऐलान किया था, एससी और एसटी के लिए प्रदेश में करीब 82 सीटे अभी भी सुरक्षित है जिनमें से 47 एसटी और 35 एसी के लिए बनी है,
पार्टी नेताओं का ऐसा मानना है की दूसरी सूची में बीजेपी बड़ा उलट फेर करेगी। पार्टी कई हारी हुई सीटों पर नए चेहरे को उतारने के साथ कई विधायकों के टिकट भी काटने को तैयार, जन आशीर्वाद यात्रा शुरू होने से पहले दूसरी सूची को लेकर चर्चा नहीं हो पाई ऐसा माना जा रहा है कि अगले हफ़्ते सूची के लिए केंद्रीय चुनाव समिति समक्ष विचार करेगी, बीजेपी ने अपने सभी दलों को देखते हुए प्रदेश के 39 सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए, इनमें से 13 अनुसूचित जनजाति एसटी और 8 अनुसूचित जाति SC और 18 सामान्य सीटे है। जिन्हे हारी सीटों पर जगह मिली है,
पार्टी दूसरी सीटों के लिए उन पर ध्यान बना रही है जहां अनुसूचित जाति और जनजाति के कांग्रेस विधायक हैं, गौरतलब है कि 2018 में बीजेपी सुरक्षित सीटों पर एक बड़ा नुकसान था, पार्टी अभी एसटी वर्ग के 47 में मात्र 16 सीटे ही जीत पाई, साथ ही 2013 में सीटों के पास एक निर्दलीय समर्थन के साथ 32 सीटे मौजूद थी, एससी वर्ग में भी बीजेपी 28 सीटे थी पर 2018 के चुनाव में केवल 18 सीट ही बच पाई. यही कारण है कि बीजेपी ने केंद्रीय स्तर से इन सीटों पर बार-बार सर्वे कराया,