MP Politics News: विधानसभा चुनाव से पहले दलबदल का दौर शुरू, विंध्य के इस कांग्रेस नेता ने पत्नी संग बीजेपी की सदस्यता ली
रीवा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अभय मिश्रा ने पत्नी के साथ भाजपा का दामन थामा। 2018 में कांग्रेस की सदस्यता एवं सेमरिया छोड़ पूर्व मंत्री के खिलाफ रीवा में विधानसभा चुनाव लड़े और 18000 वोटो के अंतर से हारे
MP Politics News: विधानसभा चुनाव से पहले दलबदल का दौर शुरू, विंध्य के इस कांग्रेस नेता ने पत्नी संग बीजेपी की सदस्यता ली
रीवा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अभय मिश्रा ने पत्नी के साथ भाजपा का दामन थामा। 2018 में कांग्रेस की सदस्यता एवं सेमरिया छोड़ पूर्व मंत्री के खिलाफ रीवा में विधानसभा चुनाव लड़े और 18000 वोटो के अंतर से हारे
पति -पत्नी बीजेपी में शामिल
एमपी में विधानसभा चुनाव नजदीक आ चुका है ऐसे में नेताओं का दलबदल का दौर लगातार जारी है। शुक्रवार को रीवा से अभय मिश्रा ने पत्नी नीलम मिश्रा संघ बीजेपी की सदस्यता ली। मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा एवं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने राजधानी भोपाल में पार्टी की सदस्यता दिलाई,
कांग्रेस से खफा थामा भाजपा का हाथ
पूर्व विधायक अभय मिश्रा ने मीडिया को जानकारी दी कि वर्ष 2018 में वह भूल वंश कांग्रेस पार्टी में भूल कर चले गए थे और परंपरागत सेमरिया सीट छोड़ रीवा से विधानसभा चुनाव लड़ रहे थे। उन्होने कहा कि मुझे हार का सामना करना पड़ा पूर्व विधायक के अनुसार कांग्रेस में अंतरघात है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी की पोल खोल दी उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ सत्ता का लक्ष्य रख रही है उसका जनसेवा से दूर-दूर कोई नाता नहीं।
बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करते हुए पूर्व विधायक ने बताया कि यहां टिकट के लिए नहीं आया हूं। कांग्रेस पार्टी सेमरिया सीट से टिकट देने का इशारा कर चुकी है और मुझे एक तरह से टिकट मिल भी गया है। लेकिन मेरा मन अशांत है मैं इस पार्टी में रहते हुए लोगों का भला नहीं कर सकता। सेमरिया को आज तक जो भी कुछ मिला वह सब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की देन है पूर्व विधायक ने आगे बताया कि भाजपा टिकट देगी तो चुनाव अवश्य लड़ेंगे,
कांग्रेस को कितना होगा नुकसान
हालांकि यह कहा नहीं जा सकता कि कांग्रेस पार्टी को इस सीट से कितना नुकसान हो सकता है। रीवा में कांग्रेस काफी कमजोर नजर आ रही है। पार्टी टिकट देने के बावजूद भी यहां के क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि 1 से 2 बार चुनाव नहीं निकाल पाते। इससे पार्टी को संभवत कोई नुकसान होने की संभावना नहीं है।