Rewa sidhi News: सेन्गोल, शैव परंपरा और सीधी – रीवा का क्या है संबंध ,संसद भवन में हो रहा स्थापित
Rewa Sidhi News: 15 अगस्त 1947 को तमिलनाडु के एक प्रसिद्ध विद्वान शैव आचार्य ने तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी को सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के रूप में सेन्गोल सौंपा था, जो कि 28 मई को नए संसद भवन में स्थापित होने जा रहा है।
जिस शैव परंपरा के मठ को इस सेन्गोल को तैयार करने व सौंपने हेतु आमंत्रित किया गया था वह और उसके जैसे 20 से अधिक मठ आज भी जिन शैव परंपराओं का पालन करते हैं उनका विकास विन्ध्य से जन्मे ग्रन्थ सोमशम्भुपद्धति से हुआ है। यह ग्रन्थ लगभग 11वीं शताब्दी में सीधी-रीवा क्षेत्र के शैव मठों के अधिपति प्रशान्तशिव आचार्य के चौथी पीढ़ी के परमशिष्य सोमशम्भु आचार्य द्वारा संकलित किया गया था।
विन्ध्य की भूमि से किसी समय फैली शैव सिद्धांत परंपरा की जड़ें कश्मीर से तमिलनाडु तक भारत को सैकड़ों वर्षों से जोड़ते हुए पुनः एक बार एक इतिहास की साक्षी बनने जा रही हैं।