SDM Jyoti Maurya Case: ज्योति मौर्य मामले में अलग मोड़, समझौते में आए पति – पत्नी
SDM Jyoti Maurya Case: ज्योति मौर्य मामले में अलग मोड़, समझौते में आए पति – पत्नी
यूपी की पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य और पति आलोक मौर्य के विवादों के बीच एक बड़ी खबर खुलकर आई है. जहां ज्योति मौर्य एवं आलोक मौर्य के बीच अब समझौता हो चुका है. समझौता करने के बाद कमेटी के सामने आलोक मौर्य. तथा जांच कमेटी के दफ्तर में करीब 1 घंटे तक आलोक रहे। एक लिखित प्रार्थना पत्र देकर उन्होंने अपनी शिकायत वापस ले ली,
इसके बाद आलोक मौर्य ने बताया की सोच समझकर वह शिकायत वापस ले रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के कुछ ब्यूरोक्रेट्स ने पति-पत्नी के बीच समझौता कराया। आलोक की तरफ से शिकायत वापस लिए जाने के बाद SDM ज्योति मौर्या भी पुलिस में की गई शिकायतों को वापस ले सकती है. लेकिन आलोक के शिकायत रिटर्न लेने के बाद जांच कमेटी अपनी रिपोर्ट कमिश्नर प्रयागराज को देगी.
आलोक मौर्य ने ज्योति मौर्य पर लगाया थे ये आरोप
इस मामले पर अब शासन यह तय कर सकता है की जांच करनी है या नहीं. लेकिन आलोक मौर्य के शिकायत वापस लेने पर पत्नी को बड़ी राहत मिल गई होगी. वहीं पति आलोक ने पीसीएस ज्योति के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। ऐसा कहा गया कि अधिकारी बनने के बाद उन्होंने करोड़ों की संपत्ति बनाई, पति ने पत्नी ज्योति पर होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे से अवैध संबंध के बड़े आरोप भी लगाए थे।
ज्योति मौर्य ने दर्ज कराया है दहेज उत्पीड़न का मुकदमा
वही पत्नी ज्योति धूमनगंज थाने में जाकर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा किया था। पति आलोक ने पद के दुरुपयोग एवं भ्रष्टाचार की शिकायत में 32 पन्नों की एक डायरी शासन को सौंप दी थी। उसे डायरी में लाखों का पूरा ब्यौरा दर्ज किया गया था। वहीं शासन के आदेश पर मंडल आयुक्त प्रयागराज विजय पंत ने तीन सदस्य जांच कमेटी टीम बनाई थी. वही प्रयागराज मंडल के एडिशनल कमिश्नर अमृतलाल बिंदु को जांच कमेटी का हेड बनाया गया था, इसके साथ ही प्रयागराज एडीएम प्रशासन हर्ष देव पांडे एवं एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट जसप्रीत कौर इस कमेटी के सदस्य रहे थे,