MP assembly Elections 2023: विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अंतिम दौर पर है। 15 नवंबर को प्रचार थम जाएंगे। अंतिम दौर में पार्टियों की रणनीति बदलने लगी है खासकर भाजपा में यह बदलाव भी दिख रहा है। चुनाव के प्रारंभिक में केंद्रीय नेतृत्व मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के पक्ष में दिख रही है, उनके सामने नेताओं को चुनावी मैदान में उतार दिया था। साथ ही चुनावी रैलियों में दिल्ली के नेता सीएम शिवराज की योजनाओं का भी जिक्र कर रहे हैं अब बाजी पलटती नजर आ रही है, पिछले कुछ दिनों से भाजपा के नेताओं के द्वारा शिवराज सिंह चौहान की योजनाओं का नाम लिया जा रहा है
पीएम मोदी भी अब लाडली बहना योजना का जिक्र करते नजर आ रहे हैं। 25 सितंबर को भोपाल में कार्यकर्ताओं का महाकुंभ हुआ था, जिसमें प्रधानमंत्री ने शिवराज की बड़ी योजनाओं का जिक्र किया था। कुछ दिन पहले से ही उन्होंने लाडली बहना योजना का नाम लेना प्रारंभ कर दिया जिसके बाद 13 सितंबर को पीएम मोदी पहली बार बड़वानी की रैली में सीएम शिवराज सिंह चौहान के योजनाओं का बढ़-चढ़कर जिक्र किया, जिसके बाद यह अटकलें तेज हो गई कि प्रदेश में हवा बदलने वाली है
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पीएम ने लिए सीएम के नाम
बड़वानी की चुनावी सभा में पीएम मोदी ने कहा कि शिवराज जी की सरकार ने लाडली बहना और लाडली लक्ष्मी योजना के तहत मध्य प्रदेश के लाखों बहनों को सहायता दे रहे हैं। आदिवासी परिवार की बहनों को भी विशेष लाभ दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि यह भाजपा की सरकार है जिसे पहली बार सिकल सेल बीमारी दूर करने के राष्ट्रीय अभियान को भी शुरू किया था
ऐसी चर्चाओं से साफ जाहिर हो रहा है कि मध्य प्रदेश में जमीनी स्थिति को भागते हुए पार्टी ने अपनी रणनीति को अब बदल दिया है, शायद यही कारण है कि शिवराज सिंह चौहान फिर से मजबूती के साथ संगठन में कम बैक करने मे लगे हैं, स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आक्रामक प्रचार अभियान में भी जुट गए हैं, जिसके साथ ही लाडली बहनों में मामा का क्रेज भी दिख रहा है ऐसे में लाडली बहना योजना को दरकिनार करना संभव नहीं