MP News: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है, ऐसे में प्रदेश की सियासत में भी आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू है. इसी बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए 10 हफ्तों से मनरेगा में कार्य करने वाले श्रमिकों को उनकी मंजूरी नहीं मिली, जिसको लेकर कमलनाथ ने चुनाव आयोग से आग्रह किया है, उन्होंने कहा कि आचार संहिता के बावजूद भी श्रमिकों को मजदूरी का भुगतान किया जाए एवं उनका अधिकार है, साथ ही उन्होंने शिवराज सरकार से सवाल भी पूछा है उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार आचार संहिता के दौरान भी कर्ज लेने की तैयारी कर रही है जब लाखों मनरेगा श्रमिकों को उनकी मजदूरी नहीं दी जा सकती तो आखिर यह कर्ज किस चीज के लिए लिया जा रहा.
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कमलनाथ ने मनरेगा के श्रमिकों का मांगा हक
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मनरेगा श्रमिकों को लेकर आज दोपहर ट्वीट किया है, उन्होंने लिखा कि ” मध्य प्रदेश में करीब 10 हफ्ते से मनरेगा में काम करने वाले श्रमिकों को उनकी मजदूरी नहीं मिली है। त्योहार के मौसम में मजदूरों के साथ इस तरह का व्यवहार अमानवीय है। मैं शिवराज जी से जानना चाहता हूं कि उनकी सरकार लगातार कर्ज लेती रही है और आचार संहिता के दौरान भी कर्ज लेने की तैयारी चल रही है। जब लाखों मनरेगा श्रमिकों को उनकी मजदूरी नहीं दी जा सकती तो आखिर यह कर्ज किस चीज के लिए लिया जा रहा है। शिवराज जी गरीबों के मुंह से निवाला छीनने से बड़ा पाप और कुछ नहीं है।मैं माननीय निर्वाचन आयोग से भी आग्रह करता हूं कि आचार संहिता के बावजूद श्रमिकों की मजदूरी का भुगतान किया जाए, यह उनका अधिकार है.
मध्य प्रदेश में करीब 10 हफ्ते से मनरेगा में काम करने वाले श्रमिकों को उनकी मजदूरी नहीं मिली है। त्योहार के मौसम में मजदूरों के साथ इस तरह का व्यवहार अमानवीय है।
मैं शिवराज जी से जानना चाहता हूं कि उनकी सरकार लगातार कर्ज लेती रही है और आचार संहिता के दौरान भी कर्ज लेने की तैयारी…— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 27, 2023