Mohan Cabinet Meeting 2024 : आचार संहिता के बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रालय में कैबिनेट बैठक हुई। इस कैबिनेट बैठक में कई अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। बिजली उपभोक्ताओं को एक बड़ा तोहफा मिला है। मध्य प्रदेश सरकार बिजली उपभोक्ताओं को 24,420 करोड़ रुपये की सब्सिडी देगी।
घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 6,000 करोड़ रुपये और कृषि उपभोक्ताओं को लगभग 13,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी देने का निर्णय लिया गया। इसी प्रकार, घरेलू उपभोक्ताओं को 5,000 करोड़ रुपये से अधिक और अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के किसानों को 5,000 करोड़ रुपये से अधिक की सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
मोहन कैबिनेट में किसानों पर बड़ा फैसला
दरअसल, लोकसभा चुनाव और आचार संहिता के बाद आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक हुई। बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। मंत्रिपरिषद ने किसानों को सोलर पंप की खरीद पर सब्सिडी देने के फैसले को मंजूरी दे दी। यह सब्सिडी केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के तहत प्रदान की जाएगी।
मोहन कैबिनेट में इन प्रस्तावों को मंजूरी दी गई
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अब डॉक्टर भोपाल गैस राहत अस्पताल में प्रतिनियुक्ति पर जा सकेंगे। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग में 46,451 नए पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। तृतीय श्रेणी, चतुर्थ श्रेणी और पैरामेडिक कर्मियों के लिए रिक्तियां होंगी। स्वास्थ्य विभाग में 1,214 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। जिनमें से 607 पद सीधी भर्ती से और 607 पद चयन परीक्षा से भरे जाएंगे।
कैबिनेट बैठक में रानी अवंती बाई लोधी सागर विश्वविद्यालय, क्रांति सूर्यकांत तांत्या खरगोन विश्वविद्यालय और क्रांतिवीर तात्याटोपे गुना विश्वविद्यालय के प्रत्येक नये विश्वविद्यालय की प्रारंभिक आवश्यकता के लिए 3 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई।
इसके अतिरिक्त, प्रत्येक वर्ष ब्लॉक अनुदान भी प्रदान किया जाएगा। पहले वित्तीय वर्ष के लिए 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया जाएगा। इसके अलावा नए विश्वविद्यालयों के लिए 235 स्थानों को भी मंजूरी दी गई। प्रत्येक विश्वविद्यालय के लिए भवन निर्माण के लिए 15 करोड़ रुपये और पंडित शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय, शहडोल के लिए 45 करोड़ रुपये की राशि भी स्वीकृत की गई।
गोवंश को लेकर सरकार का बड़ा फैसला
बैठक में सरकार ने गोवंशों को लेकर भी बड़ा फैसला लिया। इस वर्ष को गौ संरक्षण वर्ष के रूप में मनाया जाएगा। इस अवधि में अस्तबलों में सुधार किया जाएगा। सड़कों से गायों को अस्तबल में भेजा जाएगा। घायल और बीमार गायों के लिए हाइड्रोलिक गाड़ियां लाई जाएंगी। ऐसी गायों के इलाज के लिए उपाय किये जायेंगे।