रीवा जिले के पूर्वाचल में निकल रही धरती से दूध की धारा ,जाने
भीषण गर्मी के चलते कुछ ग्रामीण क्षेत्र जल के संकट से काफी प्रभावित होते हैं। ज्यादातर जल संकट से वह क्षेत्र प्रभावित होते हैं जो पहाड़ी इलाकों में बसे होते हैं, गर्मी का मौसम आते आते यहां का जलस्तर काफी नीचे चला जाता है. जहां बोरवेल सफेद पानी देने लगते हैं। यह सफेद पानी लोगों के स्वास्थ्य पर भी काफी प्रभाव देता है,
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फिर भी लोग इन्हीं पानी को पीने के लिए मजबूर हैं। रीवा जिले के हनुमना तहसील के पूर्वांचल क्षेत्रों की माने तो कुछ बोरवेल सफेद पानी दे रहे है, क्योंकि यहां का जलस्तर काफी नीचे है। ज्यादातर यहां 250 से 500 फिट में जल मिलता है। जिसके वजह से जल दूध के कलर का होता है। मजबूरन में लोग इन्हीं जल को पीते हैं, ऐसा नहीं है कि यहां के सभी बोरवेल सफेद पानी ही दे रहे हैं. पर कुछ बोरवेल ऐसे हैं जो वास्तविक में सफेद पानी दे रहे हैं
हनुमना तहसील की कई ग्राम पंचायत ऐसी हैं जहां के बोरवेल 10 से 15 मिनट ज्यादा नहीं चल पाते. तो कुछ बोरवेल ऐसे हैं जो सफेद पानी दे रहे हैं। हालांकि बाकी मौसमों में सफेद पानी नहीं होता पर यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि गर्मी के वजह से ऐसा हो रहा है। लेकिन इन्हीं क्षेत्रों में कुछ ग्राम पंचायत ऐसे हैं जो पानी का सागर माना जा रहा है, पर कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां पानी की किल्लत बनी हुई. ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले 8 वर्ष पानी की गंभीर समस्या खड़ी कर देगा।
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