सीधी जिले की राजनीति में इन दिनों काफी उथल-पुथल का दौर जारी है जब से भारतीय जनता पार्टी ने सीधी विधानसभा से केदारनाथ शुक्ला का टिकट काटकर सांसद रीती पाठक को प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारा है तब से सीधी जिले के भाजपाइयों में काफी उथल-पुथल मची हुई है क्योंकि आधे भाजपाई रीति की तरफ तो आधे केदार की तरफ कुछ की तो ऐसी स्थिति है कि वह दोनों तरफ बने हुए हैं।
रीति की गणित को बिगड़ने में लगे केदार
केदारनाथ शुक्ला इन दिनों लगातार न्याय यात्रा निकाल रहे हैं ऐसे में आम जनमानस यह कयास लगा रहे हैं कि केदारनाथ शुक्ला टिकट नहीं मिलने की वजह से पार्टी से काफी नाराज हैं और वह भी तब जब रीति पाठक को प्रत्याशी के तौर पर उतर गया है यदि सांसद रीती पाठक की जगह पर कोई और होता तो हो सकता है कि शायद केदार इतना विरोध ना करते। परंतु रीति को टिकट मिलने की वजह से केदार काफी प्रखर एवं मुखर होकर विरोध कर रहे हैं।
कांग्रेस को होगा फायदा
केदारनाथ शुक्ला जिस तरह से भाजपा प्रत्याशी सांसद रीती पाठक का विरोध कर रहे हैं ऐसी स्थिति में कांग्रेस को फायदा हो सकता है परंतु कांग्रेस ऐसे प्रत्याशी को सामने उतारे जिसका प्रभाव काफी पड़े क्योंकि ऐसे भी उम्मीदवार कांग्रेस में सामने उभर कर आ रहे हैं जिनकी कोई औकात नहीं है।