Mauganj Election News: मऊगंज में किसकी सरकार? मौजूदा स्थिति पर क्या कहता है आंकड़ा
Mauganj Election News: मऊगंज में किसकी सरकार? मौजूदा स्थिति पर क्या कहता है आंकड़ा
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मौजूदा स्थिति में मध्यप्रदेश के मऊगंज विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी का दबदबा है 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली थी। एक बार फिर यह पार्टी जीत हासिल करने के लिए लगातार सक्रियता दर्शा रही है। पर कांग्रेस यहां पिछले 5 वर्षों से लगातार क्षेत्र में सक्रिय नजर आई है। इस विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी और कांग्रेस कांटो की टक्कर रहती है। इस बार भी विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस की टक्कर देखने को मिलेगी पर इससे पहले बीजेपी अपने किस कैंडिडेट को इस मैदान पर उतारेगी और कांग्रेस में क्या कुछ बदलाव हो सकते हैं।
यह तो पार्टियों के टिकट वितरण के बाद ही पता चल सकेगा पर मौजूदा स्थिति में अगर बात करें तो भारतीय जनता पार्टी से वर्तमान विधायक प्रदीप पटेल को ही टिकट का दावेदार माना जा रहा है, जबकि कांग्रेस से मऊगंज के पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना वर्तमान में कांग्रेस के चेहरे हैं। टिकट को लेकर इसमें कोई संदेह नहीं कि पार्टियां यहां नए प्रत्याशियों को देखेगी। पर यहां के क्षेत्रीय नेता मृगेंद्र सिंह सेंगर भी बीजेपी में अपने टिकट की दावेदारी पेश करेंगे। जिससे यह कहा जा सकता है कि अभी भी बीजेपी में कंफर्म टिकट का इंतजार रहेगा।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा 4 मार्च को मऊगंज में आकर मऊगंज जिला की घोषणा किए थे उन्होंने कहा था कि 15 अगस्त को मऊगंज जिला मुख्यालय में तिरंगा झंडा फहराया जाएगा। जिसके बाद इस विधानसभा क्षेत्र में सियासत एक अलग मोड़ पर पहुंच गई। वही इस विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी ध्यान रहेगा, क्योंकि जिला की घोषणा के बाद भी मुख्यमंत्री नहीं चाहेंगे कि विधानसभा सीट गंवानी पड़े।
क्या कहते है मौजूदा आंकड़े
वर्ष 2018 में हुए मतदान की माने तो इन तीन उम्मीदवारों के वोट में ज्यादा अंतर नहीं रहा। मऊगंज से जीते उम्मीदवार प्रदीप पटेल 47,753 मत पाए थे। दूसरे नंबर पर सुखेंद्र सिंह बन्ना ने 36,661 जबकि मृगेंद्र सिंह 28,413 मत पाकर तीसरे नंबर पर थे। मौजूदा आंकड़ों की माने तो इन तीनों उम्मीदवारों में काटो की टक्कर देखी जा सकती है।
2013 में हुए विधानसभा चुनाव में पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना को 38,898 मत मिले थे। जबकि भारतीय जनता पार्टी से लक्ष्मण तिवारी को 28,132 मत मिले थे। वर्ष 2013 एवं 2018 में हुए विधानसभा चुनाव आंकड़ा देखें तो वर्ष 2013 में हुए चुनाव में बीजेपी से कांग्रेस ने 10,766 अधिक वोट पाकर अपनी सरकार बनाई थी। जबकि 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से बीजेपी ने 11,092 वोटों से जीत हासिल की थी. संभवतः यह आंकड़ा इस वर्ष भी रह सकता है।
मऊगंज विधानसभा में इस बार भी बीजेपी और कांग्रेस की आमने-सामने की टक्कर देखने को मिलेगी। दोनों पार्टियां क्षेत्र में सक्रिय नजर आ रही है। बीजेपी के पास सबसे मजबूत दांव मऊगंज जिला है जबकि कांग्रेस के पास बाण सागर का पानी एवं अन्य मुद्दे है। जबकि बीजेपी उम्मीदवार वर्तमान विधायक प्रदीप पटेल को मध्य प्रदेश सरकार की लाडली बहना योजना, नल जल योजना, लाडली लक्ष्मी योजना एवं अन्य सरकारी योजनाओं का फायदा मिल सकता है, मौजूदा स्थिति में यह कहा नही जा सकता जीत किस प्रतिनिधि की होगी।
जहां एक ओर मऊगंज के वर्तमान विधायक प्रदीप पटेल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चेहरे एवं हितग्राही मूलक योजनाओं को लेकर शंखनाद करेंगे तो वही कांग्रेस से सुखेन्द् सिंह बन्ना सिर्फ और सिर्फ अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे। वर्तमान में देखा जाए तो जिस तरह बन्ना की पिछले 5 वर्षों में लोकप्रियता बढ़ी है ऐसी स्थिति में bjp एवं कांग्रेस में जबरदस्त टक्कर देखने को मिलेगा।