सोमवार को ऑस्ट्रेलियाई संसद भवन में किंग चार्ल्स के संबोधन के तुरंत बाद लिडिया थोरपे (Lidia Thorpe) उन पर हमला किया। ऐसा करने के बाद से ऑस्ट्रेलियाई मूल की सीनेटर लिडिया थोरपे (Lidia Thorpe) चर्चा का विषय बनी हुई हैं।
स्वतंत्र सीनेटर लिडिया थोरपे (Lidia Thorpe) ने किंग चार्ल्स पर उपनिवेशवाद विरोधी नारे लगाए, जिससे संसद में मौजूद सांसद और अन्य गणमान्य लोग हक्का बक्का रह गए। सुरक्षा गार्ड ने उन्हें चैंबर से बाहर ले गए,लेकिन तब भी लिडिया थोरपे (Lidia Thorpe) ने विरोध जारी रखा।
हॉल से बाहर निकाले जाने के दौरान उन्होंने चिल्लाते हुए कहा, “हमें हमारी ज़मीन वापस दो! हमें वह दो जो तुमने हमसे चुराया है!”
लिडिया थोरपे (Lidia Thorpe) ने कहा “यह तुम्हारी ज़मीन नहीं है; तुम मेरे राजा नहीं हो,” ,
उन्होंने यूरोपीय बसने वालों द्वारा स्वदेशी ऑस्ट्रेलियाई लोगों के “नरसंहार” की निंदा की।
VIDEO: Indigenous senator Lidia Thorpe shouts anti-colonial slogans at King Charles during his visit to the Australian parliament, shocking assembled lawmakers and other dignitaries.
“Give us our land back! Give us what you stole from us!” Thorpe screams in an almost… pic.twitter.com/bLyvorMJ9i
— AFP News Agency (@AFP) October 21, 2024
लिडिया थोरपे (Lidia Thorpe) कौन हैं?
51 वर्षीय लिडिया थोरपे (Lidia Thorpe) आदिवासी समुदाय के आयोजकों और कार्यकर्ताओं के एक प्रमुख परिवार से आती हैं। द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, वह गुन्नई, गुंडितजमारा और दजब वुरंग स्वदेशी महिला के रूप में पहचानी जाती हैं।
राजशाही के घोर विरोध के लिए जानी जाने वाली लिडिया थोरपे (Lidia Thorpe) ने 2022 में पद की शपथ ली थी। अपनी शपथ के दौरान, उन्होंने अनिच्छा से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की सेवा करने का संकल्प लेते हुए अपनी दाहिनी मुट्ठी उठाई थी, जो उस समय ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्राध्यक्ष थीं।
“मैं संप्रभु, लिडिया थोरपे (Lidia Thorpe), गंभीरता से और ईमानदारी से शपथ लेती हूँ कि मैं उपनिवेशवादी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के प्रति वफादार रहूँगी और सच्ची निष्ठा रखूँगी,”। जिस पर सीनेट के एक अधिकारी ने उन्हें फटकार लगाई थी।
ऑस्ट्रेलिया में स्वदेशी अधिकारों की प्रबल समर्थक लिडिया थोरपे (Lidia Thorpe) नियमित रूप से कार्यक्रमों और सीनेट में अपना विरोध जताती हैं। वह पहले प्रगतिशील ग्रीन्स पार्टी की सीनेटर थीं, लेकिन पिछले साल संसद में स्वदेशी सलाहकार समूह का समर्थन करने के कारण उन्होंने पार्टी छोड़ दी।
किंग चार्ल्स ऑस्ट्रेलिया में क्यों हैं?
75 वर्षीय किंग चार्ल्स वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया और समोआ के नौ दिवसीय दौरे पर हैं, जो इस साल की शुरुआत में उनके जीवन को बदलने वाले कैंसर के निदान के बाद से उनकी पहली बड़ी विदेश यात्रा है।
यह यात्रा चार्ल्स की ऑस्ट्रेलिया की 17वीं यात्रा है और 2022 में राजा बनने के बाद उनकी पहली यात्रा है। यह किसी ब्रिटिश सम्राट की ऑस्ट्रेलिया की पहली यात्रा भी है, जब से उनकी दिवंगत मां, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने 2011 में वहां की यात्रा की थी।