MP Assembly election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का 17 नवंबर को मतदान हो चुका है. 3 दिसंबर को परिणाम आएंगे, पर इन परिणामों से पहले खर्च के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ. सीएम शिवराज पर भारी पड़े. कमलनाथ चुनावी खर्च के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आगे निकले. सीएम शिवराज सिंह चौहान और कैलाश विजयवर्गी सहित अन्य पार्टी के प्रत्याशियों पर भी भारी पड़े
आपको बता दे की मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने खर्च की राशि निर्धारित की थी. चुनाव के प्रचार के लिए प्रत्याशियों को 40 लाख रुपए से अधिक खर्च नहीं करना था. प्रत्याशियों ने भी चुनाव में जीत हासिल करने के लिए हर तरह की कोशिश की. चुनाव में खर्च के मामले में भी कई प्रत्याशी पीछे नहीं रहे। चुनाव में जीत हासिल करने के लिए दोनों प्रमुख दलों के प्रत्याशियों ने खर्च के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी पीछे छोड़ दिया
पूरी खबर नीचे है…
किसने-कितनी राशि खर्च की
विधानसभा चुनाव के लिए बुधनी से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रत्याशी रहे, जबकि पूर्व कमलनाथ को कांग्रेस ने छिंदवाड़ा से अपना प्रत्याशी बनाया. चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी विधानसभा में 11 लाख 66 हजार रुपए खर्च किए, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में 16 लाख 47 हजार रुपए खर्च किए. केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने 18 लाख 30 हजार 587 रुपए, जबकि केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने 17 लाख 57852 रुपए और कैलाश विजयवर्गीय ने सबसे ज्यादा 20 लख रुपए खर्च किए
प्रचार के लिए नहीं पहुंचे सीएम शिवराज बुधनी
मुख्यमंत्री बनने के बाद बुधनी विधानसभा सीट से शिवराज भाजपा की तरफ से चौथी बार प्रत्याशी बनाए गए थे. सीएम शिवराज चारों चुनाव के नामांकन दाखिल करने के बाद कार्यकर्ताओं के भरोसे ही प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी सौंप दिया करते हैं. इस बार भी शिवराज सिंह चौहान ने भी यही किया 30 अक्टूबर को नामांकन जमा करने के बाद शिवराज सिंह चौहान प्रचार के लिए बुधनी नहीं पहुंच पाए.